हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने यूरोप में यूनियन ऑफ इस्लामिक स्टूडेंट्स एसोसिएशन की 56वीं बैठक में अपने संदेश के माध्यम से कहा, मौजूदा राजनीतिक और सैन्य स्थिति, गुटों की पहचान करने का ज़िक्र करते हुए अपने संदेश में ज़ोर दिया। सही मोर्चे के पक्ष में भूमिका निभाने और हर वक्त चौकन्ना रहने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया हैं।
इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई का संदेश कुछ इस प्रकार है:
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
प्रिय विद्यार्थियों
इन दिनों राजनीतिक दल और सैन्य घटनाएं दुनिया को ऐसे अंधकार के मोड की तरफ ले जा रहे हैं जिसकी उम्मीद की जा रही थी, इस समय हमारे विद्यार्थियों और बुद्धिजीवियों की विशेष ज़िम्मेदारी हैं, गुटों और रैंकों की पहचान करना, सही स्थिति चुनना,मौजूदा राजनीतिक और सैन्य स्थिति, गुटों की पहचान करना,सही मोर्चे के पक्ष में भूमिका निभाने और हर वक्त चौकन्ना रहने की सलाह दी हैं।
प्रिय युवाओं, आप इन दोनों क्षेत्रों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं और इस्लाम के मुबारक नाम से अंजुमनों के नाम को ज़ीनत दे सकते हैं।
और मैं अल्लाह तआला से आप लोगों के लिए दुआ करता हूं कि आपको कुवत और शक्ति दे!
सैय्यद अली ख़ामेनेई