۴ آذر ۱۴۰۳ |۲۲ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 24, 2024
احیای شب قدر در حرم امامین کاظمین (علیهما السلام)

हौज़ा/इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने कहां,शबे क़द्र में सब से अच्छा अमल, दुआ है। रातों को जागने का मक़सद भी दुआ और अल्लाह को याद करना है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने कहां,
शबे क़द्र में सब से अच्छा अमल, दुआ है। रातों को जागने का मक़सद भी दुआ और अल्लाह को याद करना है अल्लाह से राज़ व नियाज़ करना है।


दुआ, यानी अल्लाह से बात करना, अल्लाह को ख़ुद से क़रीब समझना और दिल की बातें उससे करना।
दुआ या कोई मांग होती है, या अल्लाह की हम्द व प्रशंसा होती है या फिर अल्लाह से लगाव का इज़हार। यही दुआ है।

इमाम ख़ामेनेई

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