हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,सउदी अरब में शनिवार को कुल 81 लोगों को फांसी दी गई। सरकार ने कहा कि वह पूरी दुनिया की स्थिरता के लिए खतरा पैदा करने वाले थें, हालांकि दूसरी रिपोर्ट के अनुसार यह सरकार का कहना गलत हैं, फांसी देने के लिए शनिवार का ही दिन क्यों चुना गया, इसका खुलासा नहीं हुआ है।सऊदी अरब के आधुनिक इतिहास में एक ही दिन सामूहिक रूप से सबसे ज़्यादा लोगों को मृत्युदंड दिए जाने का यह पहला मामला है। इससे पहले, जनवरी 1980 में मक्का की बड़ी मस्जिद से संबंधित बंधक प्रकरण के दोषी ठहराए गए 63 को मृत्युदंड दिया गया था।बताते चले की सऊदी अरब मे शिया आलमे दीन शेख़ निम्र को फँसी दिए जाने के बाद ईरान ने अपने संबंध को तोड़ दिया था,
जिस के विरोध में सऊदी अरब ने ईरान से अपने सिफारती तालुक़ात ख़त्म कर लिए थे। लेकिन ट्रम शासन जाने के बाद सऊदी अरब और ईरान की क़ुर्बत बढ़ी थी और बात चीत का दौर शुरू हुआ था लेकिन आज तेहरान की सुप्रीम नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के करीबी माने जाने वाली ईरानी समाचार वेबसाइट नुर न्यूज़ ने बताया है कि सरकार ने सऊदी अरब के साथ बातचीत को एकतरफा रोक दिया है।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि नए दौर की बातचीत के लिए कोई विशेष तारीख नहीं निर्धारित की गई है।यह रिपोर्ट तब आई है जब सऊदी अरब ने एक ही दिन में 81 लोगों को फांसी दी है।
एक रिपोर्ट के अनुसार मौत के घाट उतारे गए 81 लोगों में से 41 शिया नौजवान थे, बता दें कि दोनों देश पिछले एक साल से बगदाद में बातचीत कर रहे हैं। इन बैठकों का मकसद राजनयिक संबंध बहाल करना है।
सऊदी अरब और शियाओ की क़यादत करने वाले ईरान ने पिछले साल तनाव को कम करने की कोशिश के लिए सीधी बातचीत शुरू की थी। मगर ईरान ने एक बार फिर इसको रद्द कर दिया है जब 41 शिया नौजवान लड़कों को फांसी दी गई हैं।