हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा मज़ाहेरी ने अपने एक बयान में बड़ी संख्या में शियाओं
और नागरिकों को फांसी देने की सऊदी सरकार की आक्रामकता की कड़ी निंदा की हैं।
निंदनीय बयान कुछ इस प्रकार है:
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
इन्ना लिल्लाहे व इन्ना इलाही राजेउन
وَ سَیَعْلَمُ الَّذِینَ ظَلَمُوا أَیَّ مُنْقَلَبٍ یَنْقَلِبُونَ
पाकिस्तान के पेशावर में शिया जामा मस्जिद में चरमपंथी और आतंकवादी समूहों के हाथों दर्जनों निर्दोष नमाज़ियों की शहादत की त्रासदी का दर्द आज भी उम्मते मुस्लिमा और शिया राष्ट्र के दिलों में ताज़ा है। एक और जघन्य और दुखद अपराध सऊद की सभा के अत्याचारी और सूदखोर शासकों ने उम्मते मुस्लिमा के दिल और आत्मा को घायल कर दिया हैं।
बड़ी संख्या में निर्दोष शियाओं और अन्य सऊदी नागरिकों की फांसी उम्मते मुस्लिमा के लिए एक बड़ी त्रासदी है और आले सऊद के शर्मनाक प्रदर्शन में एक हैं।
मानवाधिकार रक्षकों और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने भी यमन, अफगानिस्तान और फिलिस्तीन में इस तरह के हो रहे जुल्म पर आखिर खामोश क्यों हैं?
मैं इस दु:खद घड़ी में हज़रत इमामे ज़माना अलैहिस्सलाम और शहीदों के परिवार वालों की सेवा में अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं और अल्लाह ताला से दुआ करता हूं कि शहीदों के दरजात को बुलंद फरमाएं परिवार वालों को सब्र अता करें।
हुसैन मज़ाहेरी
13शाबान 1443