۱۵ تیر ۱۴۰۳ |۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 5, 2024
आयतुल्लाह

हौज़ा/हज़रत आयतुल्लाह वहीद खुरासानी ने रमज़ानुल मुबारक के पवित्र महीने के अवसर पर उपदेशकों के नाम एक संदेश में कहा,इन पवित्र दिनों में प्रत्येक धार्मिक उपदेशक का कर्तव्य हैं कि अपनी तबलीग़ के दौरान मोमिनीन को हज़रत इमामे ज़माना अलैहिस्सलाम की तरफ दावत दें।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत आयतुल्लाह वहीद खुरासानी ने रमज़ानुल मुबारक के पवित्र महीने के अवसर पर उपदेशकों के नाम एक संदेश में कहा,इन पवित्र दिनों में प्रत्येक धार्मिक उपदेशक का कर्तव्य हैं कि अपनी तबलीग़ के दौरान मोमिनीन को हज़रत इमामे ज़माना अलैहिस्सलाम की तरफ दावत को हर दीनी उपदेशक का कर्तव्य है।


उनके संदेश का पाठ इस प्रकार है:
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
यह पवित्र महीना अल्लाह का महीना हैं,
इस महीने में सभी लोग अल्लाह तआला के मेहमान होते हैं,
अल्लाह ताला के महीने में खुदा के मेहमानों के साथ आपका क्या करता हैं?
आपकी ज़िम्मेदारी दो शब्दों में बयान करता हूं।
दीन ए इस्लाम की तबलीग़, और इमामे ज़माना अलैहिस्सलाम की तरफ दावत देना हैं।
ﻷن یهدی الله علی یدیک رجلا خیر لک مما طلعت علیه الشمس

अगर तौफीक प्राप्त हो जाए और आपके हाथों एक आदमी को दीन इमामें ज़माना अलैहिस्सलाम की तरफ हिदायत हासिल हो जाए तो यह ऐसा है जैसे " अल्लाह ताला का बंदा खुदा की बारगाह में पलटा दिया गया हो तब आपका इनाम अवर्णनीय हो जाता है।इसलिए ऐसी सफलता पाने के लिए खुद की सराहना करें।
अंत में, मैं आपको एक बार फिर याद दिलाना चाहूंगा अपनी तबलीग़ के दौरान अल्लाह ताला और इमामे ज़माना अलैहिस्सलाम की तरफ दावत देना ना भूलना,

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