हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हरामे हज़रत इमाम रज़ा (अ.स.) के अस्ताने क़ुद्स रिज़वी के पूर्व डिप्टी ट्रस्टी रहमति ने कहा कि मूल्क को आंतरिक और बाहरी दबावों, खासकर दमनकारी प्रतिबंधों से मुक्त करने की असली कसौटी राष्ट्रीय स्तर पर विकसित तकनीक और विज्ञान पर भरोसा करना है,यानी नॉलेज बेस्ड उत्पादन की तैयारी और पैदावार में ज़्यादा करना हैं,
नॉलेज बेस्ड आधारित उत्पादों में व्यापार और निवेश के महत्व पर ज़ोर दिया हैं,
हरामे हज़रत इमाम रज़ा (अ.स.) के अस्ताने क़ुद्स रिज़वी के पूर्व डिप्टी ट्रस्टी रहमति ने बताया,
कि हाल के वर्षों में अल्लाह तआला की कृपा और इस्लामी क्रांति के नेता के समर्थन और सहयोग के कारण ज्ञान आधारित आविष्कारों के क्षेत्र में बहुत काम किया गया है। और देश में पारिस्थितिकी तंत्र का विस्तार और ज्ञान आधारित कंपनियों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही हैं और आज देश के हर कोने में टेक्नोलॉजी परको को देखा जा सकता हैं।
डिप्टी ट्रस्टी रहमति ने कहा कि अस्ताने क़ुद्स रिज़वी के दीर्घकालिक नीतियों के आधारित अर्थव्यवस्था है और इसलिए हमको टेक्नोलॉजी के मैदान में बहुत बड़ा काम करना है और इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता के विचारों को आगे बढ़ाना हैं।