हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,इस्लामी इन्क़ेलाब के सुप्रीम लीडर, आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनई ने कहां,
प्रतिरोध करने वाली क़ौम क्या है? यानी वह क़ौम जो किसी के सामने घुटना ना टेके जबरदस्ती टैक्स की मांग नहीं करती,
प्रतिरोध देश की मुश्किलों की अकसीर है।
क़ौम के अंदर सीना ज़ोरी का मुक़ाबला करने की ताक़त होनी चाहिए। यह चीज़ बचपन से हमारे वुजूद में बैठा दी जानी चाहिए।
हमको बताना चाहिए कि हम किस तरीके से प्रतिरोध का जवाब दे सकते हैं और उसके सामने निडर हो डट सकते हैं।
इमाम ख़ामेनेई,11 मई 2022