गुरुवार 9 जून 2022 - 20:58
शिया ओलेमा असेंबली हिंदुस्तान,
पैग़ंबरे इस्लाम स.ल.व.व.की शान में  ईशनिंदा बयानों की निंदा करता हैं और कड़ी सजा की मांग करती है।

हौज़ा/इंसाफ तो यह है कि इन दिनों इनके जैसे अन्य लोग रसूले पाक की शान में गुस्ताखी करते आ रहे हैं कानून को चाहिए कठघरे में खड़ा करके इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,भारत में सत्तारूढ़ भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता नोपुर शर्मा और जुंदाल ने पैगंबरे इस्लाम (स.ल.व.व.) के शान में की गई ईशनिंदा टिप्पणी पर शिया उलेमा विधानसभा ने इसकी निंदा करते हुए न्यायपालिका नूपुर शर्मा और जिंदल द्वारा के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है
निंदनीय बयान कुछ इस प्रकार है:

وَمَا اَرْسَلْنَاکَ اِلَّا رَحْمَۃً لِلْعَا لَمِیْنَ
(سورۂ انبیاء ، آیت 107)

और हमने हज़रत रसूल अल्लाह को आलमीन के लिए सिर्फ रहमत बना के भेजा हैं।
अफसोस! भारत में मुसलमानों के खिलाफ व्यवस्थित अभद्र भाषा का सिलसिला इतना बढ़ा कि मुसलमानों के अपमान करते करते पैगंबर का भी अपमान करने पर पहुंच गए, सत्तारूढ़ पार्टी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने ऐसे अश्लील वाक्यांशों का इस्तेमाल किया, जिन्हें कॉपी करना ग़ुनाह हैं।

इससे भी अधिक खेद की बात यह है कि केंद्र सरकार लगभग 10 दिनों तक इस ग़ुनाह पर चुप रही और मुसलमानों के विरोध के बावजूद इस के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।लेकिन जब विदेशों में मुसलमानों का जोरदार विरोध हुआ तो उन्हें पार्टी से ही निकाल दिया गया! और यह कार्रवाई भी पार्टी ने की, सरकार ने नहीं, जबकि कार्रवाई सरकार को करनी चाहिए थी,

न्याय यह है कि इन दो और उनके जैसे अन्य
को सरकार कठघरे में खड़ा करके इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
शिया ओलेमा असेंबली हिंदुस्तान
8जून, 2022

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