हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "मकारिमुल अख्लाक" पुस्तक से लिया गया हैं।इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الصادق علیه السلام
أقذَرُ الذُّنوبِ ثلاثةٌ : قَتلُ البَهيمةِ ، و حَبسُ مَهرِ المرأةِ ، و مَنعُ الأجيرِ أجرَهُ .
हज़रत इमाम जाफर सादिक अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
बदतरीन गुनाह तीन हैं,
(1)बे ज़बान हैवान को कत्ल करना,
(2) औरत का महलरीया अदा ना करना,
(3) मज़दूर की मजदूरी ना देना
मकारिमुल अख्लाक,1752/506/1