हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "तहज़ीबुल अहकाम" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام العسکری علیہ السلام:
عَلاماتُ المُؤمِنِ خَمسٌ . . . و زِيارَةُ الأربَعينَ . . .
हज़रत इमाम हसन अस्करी अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
मोमिन की पांच अलामते हैं...... जिसमें से एक ज़ियारते अरबईन हैं।
तहज़ीबुल अहकाम,भाग 6,पेंज 262