हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनई ने कहां,आज जब दुश्मन अलग अलग तरीक़ों से खुले ज़ेहनों से पैग़म्बर की शख़्सियत की तस्वीर मिटा देने की कोशिश में है, बड़ी तादाद में ऐसे लोग मौजूद हैं।
जो पैग़म्बरे इस्लाम से अगर उतने वाक़िफ़ हो जाएं जितनी वाक़ेफ़ीयत मुसलमानों को हैं। बल्कि उससे कम ही वाक़ेफ़ीयत मिल जाए तो इस्लाम और इस्लामी रूहानियत पर उनका अक़ीदा यक़ीनी हो जाएगा।
आज सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी दीन की और मुसलमानों की यह है कि दुश्मन का मुकाबला डटकर करें और इस्लाम के दुश्मन को पहचाने इत्तेहाद की सूरत में दुश्मन को शिकस्त दे।