हौजा न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, मेराज-उन-नबी (स) को लेकर अंतरराष्ट्रीय मुस्लिम एकता परिषद की महत्वपूर्ण बैठक श्रीनगर के नौगाम इलाके में हुई जिसमें विभिन्न धार्मिक और धार्मिक मुद्दों पर चर्चा हुई. बैठक में अंतरराष्ट्रीय मुस्लिम एकता परिषद के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
आईएमयूसी के सदस्यों और देश के अन्य बुद्धिजीवियों की उपस्थिति में देश की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा और विचार-विमर्श किया गया है। बैठक में मौजूद शख्सियतों ने इत्तेहाद उम्माह की प्रकृति के बारे में बताया और इसका पालन करने का आग्रह किया।
उन्होंने मुस्लिम राष्ट्र को एक मंच पर एकत्रित करने पर बल दिया। वह ने कहा है कि मुस्लिम राष्ट्र को एक संयुक्त उम्मत के रूप में देखने के लिए राष्ट्र की प्रभावशाली हस्तियों को एक आधिकारिक निमंत्रण दिया जाना चाहिए ताकि राष्ट्र के भीतर अराजक तत्वों द्वारा किए जा रहे देशद्रोह और दंगे को रोका जा सके। टूट गया। मैं चारों दिशाओं में रोया। लेकिन मुस्लिम राष्ट्र एकजुट नजर आया।
वक्ताओं ने कहा कि मुल्क की कामयाबी और खुशहाली का राज उम्मत की एकता में है। उन्होंने कहा कि यह अवसर राष्ट्र की एकता और आम सहमति के उपाय करने का सबसे अच्छा अवसर है। उन्होंने आगे कहा कि इस्लामी दुनिया की सभी समस्याओं और कठिनाइयों को उम्मत की एकता के परिणामस्वरूप ही हल किया जा सकता है। अंतर्राष्ट्रीय मुस्लिम एकता परिषद के अधिकारियों ने विभिन्न प्रमुख सामाजिक-धार्मिक हस्तियों के साथ साप्ताहिक बैठकें जारी रखने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।