हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,याएर लीपिड का कहना है कि अगले 6 महीने में इज़राईल अंदर ही अंदर बंटकर बिखर जाएगा उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता है तो इस्राइली एक दूसरे से नफरत करने लगेंगें,
याएर लीपिड के बयान से पहले ज़ायोनी सरकार के पूर्व प्रधानमंत्री और विपक्ष के नेता राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रमुख और राष्ट्रपति भी अशांति गहराने की स्थिति में इस सरकार के गिरने की बात कर चुके हैंं।
नेतन्याहू के नेतृत्व में चरमपंथी मंत्रिमंडल का गठन करने के बाद से उन्होंने कुछ ऐसे निर्णय लिए हैं जिनसे आंतरिक संकट और अशांति उत्पन्न हुई है।
ज़ायोनी शासन में बदलाव के आधार पर नेतन्याहू की कैबिनेट के कुछ फैसलों से वहां अशांति और विरोध हुआ है पिछले हफ्ते नेतन्याहू की कैबिनेट के फैसलों के खिलाफ इजरायल के कई शहरों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए थें,
विपक्षी दलों का कहना है कि नेतन्याहू की कैबिनेट उन्हें कानूनी कार्रवाई से बचाने के लिए ऐसा कर रही है नेतन्याहू भ्रष्टाचार और घूसखोरी के गंभीर आरोपों से खुद को बचाने के लिए ऐसा कर रहे हैं।