۱ آذر ۱۴۰۳ |۱۹ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 21, 2024
خانۂ کعبہ

हौज़ा/इस्लामी, हज में यह दिखाता है कि उसे दुनिया में नस्ली और भौगोलिक बुनियादों पर किया जाने ‎वाला भेदभाव मंज़ूर नहीं हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,इस्लामी, , हज में यह दिखाता है कि उसे दुनिया में नस्ली और भौगोलिक बुनियादों पर किया जाने ‎वाला भेदभाव मंज़ूर नहीं हैं।

आज सिविलाइज़्ड होने के दावेदार पश्चिमी देश काले-गोरे और यूरोपीय ‎व ग़ैर यूरोपीय नस्ल के मसले में उलझे हुए हैं।

समुद्र में हज़ारों शरणार्थी डूब जाएं तो उन्हें कोई ‎फ़र्क़ नहीं पड़ता।
पहले ज़माने से आज तक हज यह पैगाम देता है की दुनिया में बसने वाले हर प्राणी एक हैं आपस में भेदभाव मंजूर नहीं
इमाम ख़ामेनेई,‎17 मई 2023

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