۱۵ تیر ۱۴۰۳ |۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 5, 2024
مولانا یعسوب عباس

हौज़ा/मुजफ्फरनगर के दरगाह बाबुल हवाइज बघरा में मौलाना यासूब अब्बास ने फरमाया कि कामयाबी के लिए हज़रत अली की शिक्षा को जिंदगी में उतारो। उन्होंने हज़रत अली की लिखी किताब नहजुल बालागाह का जिक्र करते हुए अल्लाह के निर्देशों पर अमल की बात कही।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,मुजफ्फरनगर के दरगाह बाबुल हवाइज बघरा में मौलाना यासूब अब्बास ने फरमाया कि कामयाबी के लिए हज़रत अली की शिक्षा को जिंदगी में उतारो।

उन्होंने हज़रत अली की लिखी किताब नहजुल बालागाह का जिक्र करते हुए अल्लाह के निर्देशों पर अमल की बात कही दरगाह ए आलिया पर चल रही सालाना मजलिस के अंतिम दिन पहुंचे केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ संजीव बालियान को भी सम्मानित किया गया।

मुजफ्फरनगर की दरगाह ए आलिया बाबुल हवाईज में रविवार को दिनी मजलिस का सिलसिला समाप्त हो गया। आखिरी दिन दरगाह पर लाखों जायरीन (श्रद्धालु) जियारत के लिए पहुचे।

दरगाह ए आलिया से ज़ीशान अली ने बताया कि रविवार को केन्द्रीय राज्य मंत्री डॉक्टर संजीव बालयन और ब्लाक प्रमुख गौरव पवार मुख्य अतिथि रहे उनके साथ सेकड़ो कार्यकर्ता पहुचे। उनका स्वागत दरगाह कमेटी ने किया और सम्मानित किया।

केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान ने कहा कि सभी धर्म जाति और समुदाय के लोगों को मिलकर आगे बढ़ना है। उन्होंने कहा कि जब सभी वर्ग के लोग एक साथ आगे बढ़ेंगे तो देश का विकास चौगुना गति से होगा।

शिया पर्सनल ला बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास ने इमाम अली की लिखी हुई किताब नहजुल बलागाह पर रौशनी डाली। कहा कि नहजुल बलागाह में लिखी हुए कलामत को अपनी जिंदिगी में उतारने की ज़रूरत है। इसके अतिरिक्त मौलाना फसी हैदर, मौलाना अज़ादार हुसैन, मौलाना नाज़िम खराबादी, मौलाना जावेद रज़ा, साबिर इमरानी, मौलाना गजनफर अब्बास तुसी ने मजिलसो में मोहम्मद व आले मुहम्मद कि जिंदिगी पर रौशनी डाली,

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