۱۱ تیر ۱۴۰۳ |۲۴ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 1, 2024
मजलिस

हौज़ा/हज़रत अली अलैहिस्सलाम की शहादत के मौके पर जुलूस निकाला गया जिसमें हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन अहमद अली अबिदी साहब ने हज़रत अली की जिंदगी पर रौशनी डालते हुए एक कामयाब जिंदगी गुज़ारने की ओर इशारा किया,

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत पैगम्बर ए इस्लाम हज़रत मोहम्मद मुस्तफ़ा स.ल.व के दामाद हज़रत अली इब्ने अबुतालिब अ.स. व शियो के पहले इमाम की शहादत पर मरहूम शाकिर हुसैन कर्बलाई साहब के घर से ताबूत बरामद होकर अपने क़दीमी रास्तों से होता हुआ  दरगाह हज़रत अब्बास खुर्द महल मे सुपुर्द ए खाक हुआ ताबूत से पहले शिया धर्मगुरू हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन अहमद अली अबिदी सहाब इमाम ए जुमआ मुम्बई ने मौला अली की जिंदगी पर प्रकाश डाली

उन्होंने मौला अली के बताए हुए रास्तों पर चलने के लिए मोमनींन को आगाह किया बाद मजलिस अंजुमन मासूमिया व अंजुमन गुनच ए मज़लूमिया का मखसूस नौहा,है मस्जिद ए कूफ़ा मे क़यामत का नज़ारा,हर एक नमाज़ी ने ये रो रो कर पुकारा अली हाय अली हाय,जिसको सुनकर मोमनींन ज़ारो कतार रोने लगे,

दौराने जुलूस मौलाना आज़िम बाक़री जौरासी साहब व आखरी तक़रीर मे मौलाना नदीम रज़ा ज़ैदी साहब ने मौला अली की दर्दनाक शहादत का ज़िक्र किया उन्होंने कहा आज दुनिया का मददगार दुनिया से रुख़सत हो गया आज दुनिया यतीम हो गयी बानी ए जुलूस मौलाना शम्सी साहब ने जुलूस मे शिरकत करने आये मोमनींन का शुक्रिया अदा किया

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