हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने कहां,स्वीडन में क़ुरआन मजीद का अनादर, साज़िश से भरी एक ख़तरनाक घटना है।
इस जुर्म को अंजाम देने वाले को सबसे कठोर सज़ा दिए जाने पर सभी ओलमा-ए-इस्लाम एकमत हैं।नफ़रत से भरी इस नई हरकत का लक्ष्य यह है कि ईसाई समाज में इस्लाम और मुसलमानों के ख़िलाफ़ लड़ाई, अवाम के स्तर तक फैल जाए।
क़ुरआन का चमकता सूरज दिन ब दिन ज़्यादा बड़े क्षितिज पर निकल कर ज़्यादा चमकेगा।
हमें उन हुकूमत ओं से अनुरोध है कि ऐसे तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करें ताकि आपस में कोई ऐसी हिंसा ना हो जिससे बाद में इसका भुगतान करना सख्त हो जाए
इमाम ख़ामेनेई