हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,सऊदी गठबंधन द्वारा यमन में बच्चों का नरसंहार अभी भी जारी हैं और अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों के नैतिक विनाश और अन्याय पर केवल खेद व्यक्त किया जा सकता है। क्योंकि ये संगठन अतिक्रमणकारी गठबंधन के काले कारनामों को झूठे आंकड़ों से छिपा रहा हैं और दावा कर रहा हैं कि हम यमनी बच्चों की सुरक्षा के लिए कदम उठा रहे हैं।
यमन पर सऊदी अरब के नेतृत्व वाले अतिक्रमणकारी गठबंधन के हमलों में अब तक कम से कम 8,000 बच्चे शहीद हो चुके हैं यमन के खिलाफ युद्ध की शुरुआत से ही, सऊदी अमीराती गठबंधन ने यमनी बच्चों के खिलाफ नरसंहार करना जारी रखा है।
यमन की अस सहाफा समाचार साइट ने अपने सूत्रों के हवाले से कहा कि यमन के खिलाफ सऊदी-अमीराती गठबंधन के युद्ध की शुरुआत के बाद से, गठबंधन की सेनाओं के सीधे हमलों में आठ हजार यमनी बच्चों की जान चली गई है।
सऊदी अरब ने, संयुक्त राज्य अमेरिका और साम्राज्यवादी लॉबी के समर्थन से एक अरब गठबंधन के रूप में यमन के अपदस्थ और भगोड़े राष्ट्रपति को सत्ता वापस दिलाने के नाम पर, 26 मार्च, 2015 को यमन के खिलाफ सैन्य आक्रमण शुरू किया यमन के सैन्य, आवासीय और सामान्य कल्याण केंद्रों पर हवाई, ज़मीनी और समुद्री नाकाबंदी करते हुए भीषण बमबारी की गयी।
इस सैन्य आक्रमण से सऊदी गठबंधन को अपना कोई लक्ष्य तो हासिल नहीं हुआ, लेकिन अरब का गरीब मुस्लिम देश यमन जरूर तबाह हो गया। हजारों यमनवासी मारे गए और घायल हुए, लाखों लोग विस्थापित हुए, देश का बुनियादी ढांचा बार बार क्षतिग्रस्त हुआ, गरीबी, भुखमरी और बीमारी फैली, और कैद की कठिनाइया अलग से,
यमनी सरकार के मानवाधिकार मंत्री अली अददैलमी के अनुसार, सऊदी गठबंधन द्वारा यमन में बच्चों का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष नरसंहार अभी भी जारी है, और अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों के नैतिक विनाश और अन्याय पर केवल खेद व्यक्त किया जा सकता है। क्योंकि ये संगठन अतिक्रमणकारी गठबंधन के काले कारनामों को झूठे आंकड़ों से छिपा रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि हम यमनी बच्चों की सुरक्षा के लिए कदम उठा रहे हैं।