हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "बिहारूल अनवार" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:امام جعفر صادق علیه السلام
السَّعیدُ مَن وَجَدَ فی نفسِهِ خَلوَةً یَشغَلُ بها
हज़रत इमाम जफार सादीक अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
खुशबख्त इंसान वह है जो अपने नफ्स के लिए फुर्सत पैदा करके उसकी इस्लाह में लग जाए
बिहारूल अनवार,35/203/78