हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, एक बहाई महिला स्वर्गीय अयातुल्ला फ़ाज़िल लंकारानी के कार्यालय में उपस्थित हुई और अपनी भाषा में शहादत का संदेश जारी किया।
रिपोर्ट के अनुसार, इस बहाई महिला ने हजरत आयतुल्लाह मुहम्मद जवाद फाजिल लंकारानी के कार्यालय में पैगंबर (स) की खातेमीयत और अमीर अल मोमीनी (अ) की विलायत के साथ मासूम इमामो की गवाही के देने के बाद बहाई के गुमराह संप्रदाय से बराअत व्यक्त करते हुए शिया इस्ना अशरिया संप्रदाय को स्वीकार किया।