हौज़ा न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, अवैध ज़ायोनी शासन बिना किसी अन्तर्राष्ट्रीय क़ानून की पाबंदी करते हुए ग़ज़्ज़ा पर हमले किये जा रहा है ज़ायोनियों के हमले का निशाना बनकर एक अन्य पत्रकार ग़ज़्ज़ा में शहीद हो गया।
हमास के मीडिया विभाग की ओर से घोषणा की गई है कि अलमयादीन टीवी चैनेल के पत्रकार, इस्राईल के हमले में शहीद हो गए। इस घोषणा के अनुसार बुधवार को अब्दुल करीम औदा, अवैध ज़ायोनी शासन के हमले में मारे गए।
अलमयादीन टीवी चैनेल की वेबसाइट के अनुसार अब्दुल करीम औदा उस समय इस्राईल के हमले का निशाना बनकर शहीद हुए जब वे अन्नसीरात शरणार्थी शिविर में आंटे की चक्की पर आंटा पिसवाने के लिए लाइन में लगे हुए थे। अलमयादीन टीवी चैनेल के इस पत्रकार की शहादत के साथ ही ग़ज़्ज़ा में शहीद होने वाले पत्रकारों की संख्या बढ़कर अब 87 हो गई है।
इसी बीच रिपोर्टर्स विदाउट बार्डर्स के महासचिव क्रीसथिव डेलवर ने कहा है कि मैंने अभी तक नहीं देखा कि इतने कम समय में इतने अधिक पत्रकार मारे गए हों। इस ग़ैर सरकारी संगठन ने अन्तर्राष्ट्रीय अपराध न्यायालय में शिकायत दर्ज करवाते हुए ग़ज़्ज़ा में पत्रकारों पर इस्राईल के हमलों को युद्ध अपराध बताया था।
याद रहे कि ग़ज़्ज़ा पर इस्राईल के पाश्विक हमलों में वहां पर मौजूद मीडिया के 50 से अधिक कार्यालय या तो पूर्ण रूस से या फिर आंशिक रूप में ध्वस्त हो चुके हैं।