हौज़ा न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, बहरीन के शिया इस्लामिक मूवमेंट के नेता आयतुल्लाह शेख ईसा कासिम ने एक बयान जारी कर इजराइल द्वारा किए जा रहे लगातार अपराधों पर चिंता व्यक्त की है।
आयतुल्लाह शेख ईसा क़ासिम ने कहा कि इसराइल के अपराधों के ख़िलाफ़ विभिन्न देशों की प्रतिक्रिया एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, यह प्रक्रिया तब तक जारी रहेगी जब तक धर्म जीवित है।
उन्होंने मीडिया सेल से जारी अपने बयान में कहा है कि मानव रचना में प्रकृति ईश्वर का एक महान उपहार है, जो आज दुनिया के विभिन्न वर्गों के लोगों को विरोध प्रदर्शनों और रैलियों के माध्यम से इजराइल के अपराधों के खिलाफ जागृत कर रहा है। कि क्रूर ज़ायोनी और यहूदी सरकार की क्रूरता के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई जा सके।
आयतुल्लाह शेख ईसा कासिम ने ज़ायोनी सरकार के अत्याचारों की ओर इशारा किया और कहा कि ज़ायोनी सरकार के अनुसार, बीमार और स्वस्थ, महिलाओं और सज्जनों, बच्चों, बुजुर्गों और सैन्य और आम नागरिकों के बीच कोई अंतर नहीं है। कैदियों के साथ वह ऐसा व्यवहार करती है, जो किसी को भी पसंद नहीं है, लेकिन दमनकारी ज़ायोनी शासन कैदियों के साथ इस तरह का व्यवहार कर रहा है कि उन्हें हराया जा सके और उनका मनोबल गिराया जा सके।
बहरीन के शिया इस्लामिक आंदोलन के नेता ने कहा कि धर्म के साथ प्रकृति अस्तित्व में आई और जब तक धर्म जीवित है, प्रकृति भी जीवित रहेगी।
उन्होंने आगे कहा कि टैगआउट सरकार अपनी बुरी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए धर्म और प्रकृति को नष्ट करना चाह रही है, लेकिन जब तक ईश्वर है, वह टैगआउट और अहंकार के अपने लक्ष्यों में सफल नहीं होगी।