हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल स्थित मदरसा फ़िक्ही आइम्मा ए अत्हार अलैहिस्सलाम में हज़रत ज़हरा अलैहिस्सलाम की शहादत के अवसर पर आयतुल्लाह फ़ाज़िल लंकरानी की पुण्यतिथि का समारोह भी आयोजित किया गया जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए शोक मनाने वालों ने भाग लिया और इमाम वक़्त अजल अल्लाह तआला फ़र्जा अल-शरीफ़ की सेवा में जेद्दा मजदा का पुरसा पेश किया।
यह कार्यक्रम पवित्र कुरान की तिलावत के साथ आयोजित किया गया था। तिलावत के बाद आदरणीय जाकिर ने हजरत ज़हरा (स) की महिमा का वर्णन किया और कहा कि हज़रत ज़हरा (स) और इमाम ताहेरीन (अ) हमारे लिए आदर्श हैं। बातचीत करते हुए हज़रत अयातुल्ला फ़ाज़िल लंकारानी की नैतिक पूर्णता और बौद्धिक परिपक्वता के बारे में उन्होंने कहा कि ये दिन फातिमिया के पुनरुत्थानवादियों के थे।
इस कार्यक्रम में पवित्र कुरान, ज़ियारत अल-यासीन, ज़ियारत हज़रत ज़हरा (स) और अहले-बैत (अ) के गुणों और पीड़ाओं का वर्णन किया गया।