हौज़ा न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, जहां पूरी दुनिया में गाजा के उत्पीड़ित लोगों के समर्थन और ज़ायोनी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं, वहीं जर्मनी की राजधानी बर्लिन में भी लोग सड़कों पर उतरे और अपने देश का रुख जाहिर किया। गाजा को लेकर वहां कड़ा विरोध हो रहा है।
जर्मन मीडिया ने बुधवार सुबह खबर दी कि बर्लिन में बड़ी संख्या में लोगों ने गाजा पट्टी में ज़ायोनीवादियों द्वारा किए गए अपराधों और नरसंहार के समर्थन में अपने देश के अधिकारियों के रुख पर अपना गुस्सा व्यक्त करते हुए शानदार प्रदर्शन किया।
युद्ध शुरू होने के 102 दिन बाद फिलिस्तीनी शहीदों की संख्या 24 हजार से ज्यादा हो गई है, जिनमें 10 हजार 400 बच्चे हैं, गाजा की 2.2 मिलियन आबादी में से करीब 20 लाख लोग बेघर हैं। और गाजा का 60 प्रतिशत से अधिक बुनियादी ढांचा पूरी तरह से नष्ट हो गया है या गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है।
इससे पहले पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन में हजारों फिलिस्तीनी समर्थकों ने गाजा पट्टी में ज़ायोनी शासन के नरसंहार के खिलाफ प्रदर्शन किया था। पुर्तगाली प्रदर्शनकारियों ने लिस्बन में अमेरिकी दूतावास की इमारत के पास एक बड़ा विरोध बैनर लगाया, जिसमें लिखा था: "अमेरिका इजरायल के अपराधों में शामिल है। संघर्ष विराम करें।"