हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "तहनीफ गेरारूल हिकम" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال امیرالمؤمنين عليه السلام
قُم عَن مَجلِسِکَ لِاَبیکَ وَ مُعَلِّمِکَ وَ اِن کُنتَ اَمیراً؛
हज़रत इमाम अली अ.स. ने फरमाया:
अपने पिता और शिक्षक के सम्मान के लिए अपनी जगह से उठ खड़े हो अगर चे तुम हाकिम और अधिकारी ही क्यों ना हो,
तहनीफ गेरारूल हिकम,पेज 435,हदीस नं 9970