हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,ग़ाज़ा में जनसंहार मचा रही ज़ायोनी सेना और अवैध राष्ट्र इस्राएल को बड़ा झटका लग सकता है।
अपने राजनैतिक कैरियर को बचाने के लिए मासूम फिलिस्तीनियों का क़त्ले आम कर रहे ज़ायोनी प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू बड़ी मुश्किल में फंसते नजर आ रहे हैं।
ज़ायोनी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (ICC) ग़ज़्ज़ा में युद्ध से जुड़े आरोपों को लेकर नेतन्याहू और शीर्ष ज़ायोनी अधिकारियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने की तैयारी कर रहा है।
टाइम्स ऑफ इस्राईल ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया कि इस्राईल बेंजामिन नेतन्याहू और अन्य के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय की संभावित योजना को रोकने के लिए ठोस कदम उठा रहा है और इस दिशा में प्रयास भी किए जा रहे हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, ज़ायोनी सुरक्षा परिषद गिरफ्तारी वारंट को रोकने के लिए अभियान शुरू कर चुकी है जिसमे विदेश मंत्रालय भी शामिल है।
अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने सोमवार को कहा आईसीसी एक स्वतंत्र संगठन है और उनके प्रयास अमेरिका के किसी भी संपर्क या हस्तक्षेप के बिना किए जा रहे हैं।
हालांकि, व्हाइट हाउस के एक प्रवक्ता ने बाद में कहा इस स्थिति में आईसीसी का कोई अधिकार क्षेत्र नहीं है और हम इसकी जांच का समर्थन नहीं करते हैं।
इंग्लैंड में एसेक्स यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल लॉ के लेक्चरर मैथ्यू गिललेट ने कहा कि गिरफ्तारी वारंट जारी होने बाद व्यक्ति उन 120 से अधिक देशों की यात्रा नहीं कर पाएगा जो आईसीसी के सदस्य हैं ऐसा करने पर उसके गिरफ्तार होने की संभावना होती है।