हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,लेबनान के हिज़्बुल्लाह आंदोलन के सेक्रेट्री जनरल सैयद हसन नसरुल्लाह ने कहा कि ग़ज़ा पट्टी पर 130 दिन से लगातार जारी इस्राईल के हमलों के बाद भी हम देख रहे हैं कि ज़ायोनी शासन अपने लक्ष्य हासिल करने में नाकाम रहा और ग़ज़ा में फ़िलिस्तीनियों ने एतिहासिक प्रतिरोध दिखाया है जो किसी चमत्कार से कम नहीं है।
मंगलवार को एक वार्षिक कार्यक्रम में अपने भाषण में सैयद हसन नसरुल्लाह ने कहा कि इस पूरे अर्से में रेज़िस्टेंस नेटवर्क से जुड़ी फ़ोर्सेज़ ने भी सराहनीय रूप में अपने फ़िलिस्तीनी भाइयों का साथ दिया।
उन्होंने कहा कि रेज़िस्टेंस फ़ोर्सेज़ सीमाओं के बाहर से ज़ायोनी प्रतिष्ठानों पर जो हमले कर रही हैं वह उस समय तक बंद नहीं होंगे जब तक ग़ज़ा पट्टी में ज़ायोनी शासन का आप्रेशन बंद नहीं हो जाता।
सैयद हसन नसरुल्लाह ने कहा कि हिज़्बुल्लाह के हमलों की वजह से उत्तरी इस्राईल से दसियों हज़ार ज़ायोनियों को पलायन करना पड़ा है जबकि और भी ज़ायोनियों को इस इलाक़े से पलायन करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अगर ज़ायोनी सेना ने जंग का दायरा बढ़ाया तो हम भी अपने हमलों का दायरा बढ़ा देंगे।
सैयद हसन नसरुल्लाह ने कहा कि हिज़्बुल्लाह ने इस्राईल के ख़िलाफ़ जो आप्रेशन शुरू किया है वह लेबनान के राष्ट्रीय हितों के दायरे में है और यह कार्यवाही इस्राईल को विजय से रोकने के लिए की जा रही है।
उन्होंने कहा कि 1948 से अब तक ज़ायोनी शासन इस इलाक़े में संकटों की जड़ है अगर इस्राईल ताक़तवर होगा तो इससे पूरे इलाक़े के लिए ख़तरा पैदा होगा जबकि इस्राईल हारा हुआ और डरा हुआ होगा तो उसका ख़तरा कम हो जाएगा।
हिज़्बुल्लाह के प्रमुख ने कहा कि पूरे इलाक़े का हित इसी में हैं कि ग़ज़ा की लड़ाई में इस्राईल को शिकस्त हो।