۱۵ تیر ۱۴۰۳ |۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 5, 2024
दिन की हदीस

हौज़ा / हज़रत रसूल आल्लाह स.ल.व.व. ने एक रिवायत में फ़ज़ूलखर्ची के चार निशानियां बयान फरमाई हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "तोहफ ए ओकूल" पुस्तक से लिया गया हैं इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

:قال رسول اللہ صلی اللہ علیه وآله

أمّا علامةُ المُسرِفِ فأربَعةٌ: الفَخرُ بالباطِلِ ، و يَأكُلُ ما لَيسَ عِندَهُ ، و يَزهَدُ في اصطِناعِ المَعروفِ ، و يُنكِرُ مَن لا يَنتَفِعُ بِشیء منه

हज़रत रसूल आल्लाह स.ल.व.व. ने फरमाया:

फ़ज़ूलखर्ची के चार निशानियां हैं।

(1)बातिल कामों पर गर्व करना

(2) जो उसके लिए मुनासिब नहीं है उसे खाता हैं।

(3) नेक कामों में उसकी रुचि नहीं होती

4)जिस चीज़ से उसे फ़ायदा नहीं होता उसे वह इनकार करता है।

तोहफ ए ओकूल,22

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