हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "तोहफ ए ओकूल" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:امام حسن عسکری علیه السلام
ما تَرَکَ الحَقَّ عَزیزٌ إلاّ ذَلَّ و لا أخَذَ بِهِ ذَلیلٌ إلاّ عَزَّ
हज़रत इमाम मूसा काज़िम अ.स.ने फरमाया:
किसी भी इज्ज़तदार ने हक़ को तर्क नहीं किया(नहीं छोड़ा)मगर यह कि ज़िल्लत दो-चार हुआ,और किसी भी ज़लील आदमी (बेइज्जत आदमी )ने हक़ पर अमल नहीं किया मगर यह कि वह साहेब इज्ज़त बन गया।
तोहफ ए ओकूल,भाग 1,पेंज 489