हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "तोहफ ए ओकूल" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الہادی علیه السلام
أَلدُّنيـا سـُوقٌ رَبِحَ فيها قَوْمٌ وَ خَسِرَ آخـَرُونَ؛
हज़रत इमाम हादी अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
दुनिया एक ऐसा बाज़ार है जिसमें बाज़ लोग नफा
हासिल करते हैं जबकि बाद दूसरे नुकसान उठाते हैं।
तोहफ ए ओकूल,पेंज 774