हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, यमन के राजदूत "इब्राहीम मुहम्मद अल-दैलामी" ने शहीद अमीर अब्दुल्लाहियान की याद में आयोजित समारोह मे आयतुल्लाह रईसी, अमीर अब्दुल्लाहियान और उनके अन्य साथियों की शहादत पर शोक व्यक्त किया और कहा: मै गवाही देता हूं कि श्री अमीर अब्दुल्लाहयान ने कूटनीति के क्षेत्र में मुजाहिद के रूप मे काम किया।
उन्होंने कहा: अमीर अब्दुल्लाहियान उन लोगो मे से थे जो काफिरो के खिलाफ लड़ते हुए पवित्र पथ पर शहीद हो गए थे।
यमनी राजदूत ने कहा: जब अमीर अब्दुल्लाहियान ने विदेश मंत्री का पद संभाला, तो उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए जो असाधारण उपलब्धि हासिल की, वह वैश्विक अहंकार के खिलाफ एक राजनयिक युद्ध था। वह कूटनीतिक क्षेत्र मे एक बहादुर और निडर व्यक्ति थे।
उन्होंने आगे कहा: शहीद रईसी और शहीद अब्दुल्लाहियान इस्राईली शासन के साथ संबंधों को सामान्य बनाने के प्रयासो को अवरुद्ध करने मे सफल रहे और उन्हें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की अनुमति नहीं दी।
इब्राहिम मोहम्मद अल-दैलमी ने कहा: मैंने व्यक्तिगत रूप से एक प्रिय मित्र को खो दिया है, लेकिन मेरा मानना है कि, ईश्वर की इच्छा से, ईरान का संघर्ष और प्रतिरोध का मार्ग जारी रहेगा।