हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "तोहफ ए ओकूल" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الصادق علیه السلام
طُوبَى لِعَبْدٍ طَلَبَ اَلْآخِرَةَ وَ سَعَى لَهَا طُوبَى لِمَنْ لَمْ تُلْهِهِ اَلْأَمَانِيُّ اَلْكَاذِبَةُ
हज़रत इमाम जफार सादीक अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
खुशकिस्मत है वह आदमी जो आखिरत की तलाश और कोशिश में है और खुशखबरी है उस आदमी के लिए जो झूठे और खाली ख्वाबों या तमन्नाओं में बिज़ी नहीं होता।
तोहफ ए ओकूल,301