हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "तोहफ ए ओकूल" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال امیر المومنین علیه السلام
طُوبى لِمَن أَخلَصَ لِلّهِ عَمَلَهُ و َعِلمَهُ و َحُبَّهُ وَ بُغضَهُ و َأَخذَهُ و َتَركَهُ وَ كَلامَهُ و َصَمتَهُ و َفِعلَهُ وَ قَولَهُ؛
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
अच्छा है वह आदमी जिसका अमल, शिक्षा, दोस्ती, दुश्मनी, लेना, छोड़ देना,बात करना, खामोश रहना, और कौल और कर्म खालीस अल्लाह के लिए हो,
तोहफ ए ओकूल,पेंज 100