हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, हरम मुताहर के मुतावल्ली आयतुल्लाह सय्यद मुहम्मद सईदी ने हरम मुताहर में अपने संबोधन के दौरान मुबाहेला दिवस की बधाई देते हुए कहा: एक ईमानदार व्यक्ति सही तरीके से काम करता है भले ही वह उसके नुकसान मे हो, लेकिन जो लोग नजरान के ईसाइयों की तरह जिद्दी और कट्टर होते हैं, वे सच्चाई को जानते हुए भी उसका पालन नहीं करते हैं।
उन्होंने कहा, कुछ लोग चुनाव के दौरान कीचड़ उछालते हैं और चुनाव के बाद उनके बारे मे नहीं सोचते कि हम मे से प्रत्येक का दृष्टिकोण अहले-बैत (अ) के नेज़ाम की सेवा करना हो और हम ऐसा काम करें जो अहले-बैत (अ) की मुहब्बत के योग्य हो ।
क़ुम शहर के इमाम जुमा ने कहा: इमाम हुसैन (अ) की मजलिस में आँसू बहाए जाते हैं और ये आँसू बहुत प्रभावी होते हैं क्योंकि जब कोई व्यक्ति आँसू बहाता है, तो उसका दिल नरम हो जाता है और उपदेश और सलाह उसके दिल पर असर करती है।
उन्होंने कहाः हालाँकि नज़रान के ईसाइयों ने देख लिया था कि पैग़म्बरे इस्लाम (स) हक़ पर है , लेकिन अपनी जिद और पूर्वाग्रह के कारण वे मुसलमान नहीं बने और जिज़्या देना स्वीकार कर लिया।