हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "जामिऊल अख़बार" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال أمیر المؤمنین علی علیه السلام
ألْمُؤْمِنُ يَكُونُ صادِقاً فى الدُّنْيا... وَ حَرَكَتُهُ بِالْأدَبِ و كلامُهُ بِالنَّصيحَةِ وَ مَوْعِظَتُهُ بِالرِّفْقِ، لايخافُ اِلاَّ اللّه َ
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
मोमिन दुनिया में सच्चा है.... और उसका अमल मोहज़्जाब है उसकी बात खैर ख्वाहिश से भरपूर है इसकी नसीहत नरम और आराम लहजे में है वह सिवाय खुद के किसी से नहीं डरता।
जामिऊल अख़बार,215 हदीस 532