۲۹ شهریور ۱۴۰۳ |۱۵ ربیع‌الاول ۱۴۴۶ | Sep 19, 2024
Aga

हौज़ा /हम फ़िलिस्तीनी लोगों पर विश्वासघाती हमले विशेष रूप से दृढ़ गाजा में अल्लाह के घर में नमाज़ियों पर आज सुबह हुए हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं , जिसने अन्यायपूर्वक और आक्रामक तरीके से बड़ी संख्या में शहीदों और घायलों की जान ले ली, यह राष्ट्रों और देशों के विरुद्ध विश्वासघात और आक्रामकता की प्रवृत्ति की निरंतरता है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा अलहाज ह़ाफ़िज़ बशीर हुसैन नजफ़ी ने ग़ाज़ा में हुए नमाज़ियों पर हमले की कडे शब्दों में निंदा की हैं

जिंदगी बयान कुछ इस प्रकार है:

:بسم الله الرحمن الرحيم
قال الله تعالى: (يَا أَيُّهَا النَّبِيُّ جَاهِدِ الْكُفَّارَ وَالْـمُنَافِقِينَ وَاغْلُظْ عَلَيْهِمْ وَمَأْوَاهُمْ جَهَنَّمُ ‏وَبِئْسَ الْـمَصِيرُ).‏
صَدَقَ اللّهُ الْعَلِيُّ الْعَظِيمُ.‌‏


हम फ़िलिस्तीनी लोगों पर विश्वासघाती हमले विशेष रूप से दृढ़ गाजा में अल्लाह के घर में नमाज़ियों पर आज सुबह हुए हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं , जिसने अन्यायपूर्वक और आक्रामक तरीके से बड़ी संख्या में शहीदों और घायलों की जान ले ली, यह राष्ट्रों और देशों के विरुद्ध विश्वासघात और आक्रामकता की प्रवृत्ति की निरंतरता है।

इस्लामी गणतंत्र ईरान पर भी उसकी संप्रभुता का स्पष्ट उल्लंघन करते हुए हमला किया गया, जिसमें प्रतिरोध नेता इस्माइल हानियेह को क़त्ल कर दिया गया और इस से पहले लेबनान, सीरिया और यमनी क्षेत्रों पर हमला किया गया था।

इसने कई शहीदों और घायलों की जान ले ली जिनमें सबसे प्रमुख शहीद कमांडर श्री फ़वाद शुकर थे। साथ ही लोगों और मानवता की अवमानना ​​करते हुए भुखमरी, बेघर, डराना धमकाना और महिलाओं और बच्चों की हत्या सहित सभी दैवीय और मानव निर्मित मूल्यों और कानूनों का घोर उल्लंघन हुआ।

इस संबंध में हमारी राय स्पष्ट है: दुनिया में मानवता जो कुछ बची है, अगर वह उसे रोकने के लिए खड़े नहीं हुए तो यह रोगाणु दुनिया को ऐसी मुसीबतों में धकेल देगा, जिसका न कोई आरंभ होगा और न कोई अंत।

हम मानवाधिकारों को बढ़ावा देने वाले देशों और संगठनों को याद दिलाते हैं कि जिन कानूनों और प्रक्रियाओं के लिए आपने काम किया है वे बेकार हैं...जब तक आप अत्याचारी, हड़पने वाले को रोकने और उत्पीड़ितों का समर्थन करने के लिए निर्णायक रुख नहीं अपनाते।

हम मुसलमानों से आग्रह करते हैं कि वे फिलिस्तीन और इस्लामी देशों की भूमि से इस हड़पने वाले को हटाने के लिए कड़ी मेहनत करें।
ولا حول ولا قوة إلا بالله العلي العظيم.‏
केंद्रीय कार्यालय  मरज ए मुसलेमिन व जहाने तशय्यो ह़ज़रत आयतुल्लाह अल उज़मा अलह़ाज ह़ाफ़िज़ बशीर हुसैन नजफ़ी नजफ़ अशरफ़

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