۲۴ شهریور ۱۴۰۳ |۱۰ ربیع‌الاول ۱۴۴۶ | Sep 14, 2024
امام

हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन सैयद अबुल कासिम रिज़वी ने ऑस्ट्रेलिया की विक्टोरियन संसद में पहली बार हज़रत इमाम हुसैन दिवस का आयोजन करके एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार , शिया उलेमा काउंसिल ऑफ़ ऑस्ट्रेलिया के अध्यक्ष और इमाम जुमआ मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया के मौलाना सैयद अबुल कासिम रिज़वी ने ऑस्ट्रेलिया की विक्टोरियन संसद में पहली बार यौम हुसैन का आयोजन करके एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की हैं।

खैरूल अमल टीवी के प्रमुख सैयद असद तक्वी ने कार्यक्रम के आयोजन से लेकर अंत तक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और कार्यक्रम के आयोजन के कर्तव्यों में महान पालन किया।

इस अवसर पर संसद सदस्यों और विभिन्न धर्मों शिया, सुन्नी, बोहौरा, आगा ख्वानी, हिंदू, सिख, ईसाई, कुलपति और प्रोफेसरों के सदस्यों ने भाग लिया।

मौलाना सैयद अबुल कासिम रिज़वी ने संसद भवन में सभी धर्म और मजहब के लोगों को हुसैनियत का संदेश दिया और कहा कि कर्बला की घटना के बाद यह साबित हो गया है कि दो ही धर्म हैं या तो हुसैनी या फिर यजीदी।

उन्होंने आगे कहा,इमाम हुसैन (अ.स.) मार्गदर्शन का दीपक और मुक्ति के नाव हैं आज जब पूरी दुनिया में आतंकवाद और नफरत फैली हुई है, तो हुसैन अ.स. की शिक्षाओं से ही इस नफरत को खत्म किया जा सकता है।

शिया उलमा काउंसिल ऑफ ऑस्ट्रेलिया के अध्यक्ष ने कहा,यहां विभिन्न धर्मों के लोग हैं आप खुद देखें कि इमाम हुसैन अ.स.ने मानवता के नाम पर इन सभी धर्मों को कैसे एकजुट किया है।

टैग्स

कमेंट

You are replying to: .