हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "बिहारूल अनवार" पुस्तक से लिया गया हैं इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال امیرالمؤمنين عليه السلام
مُواساةُ الأخِ في اللّهِ عزّ و جلّ تَزِيدُ في الرِّزقِ
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
दीनी भाई की मदद करने से रिज़्क व रोज़ी में इज़ाफा होता हैं।
बिहारूल अनवार,395/74/22