हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "गेरारूल हिकम" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है
:قال امیرالمؤمنين عليه السلام
لَذَّةُ الكِرامِ في الإطعامِ، و لَذَّةُ اللِّئامِ في الطَّعامِ
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
करीम और सख़ी लोगों की लज्ज़त दूसरों को खाना खिलाने में और बख़ील लोगों की लज्ज़त सिर्फ खाना खाने में हैं।
गेरारूल हिकम,7638