हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार,ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेज़ेश्कियान ने सोमवार को आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाकात की, जिसमें कई विषयों पर विचार-विमर्श हुआ विशेष रूप से देश के आर्थिक मुद्दों और उनसे बाहर निकलने के उपायों का जायजा लिया गया।
राष्ट्रपति ने बताया कि सरकार की प्राथमिकताओं पर चर्चा के दौरान ट्रांज़िट, गैस नेटवर्क, रेलवे नेटवर्क और आपसी व्यापार के क्षेत्रों के साथ ही पड़ोसी देशों से संबंधों को मज़बूत करने पर ज़ोर दिया गया उन्होंने कहा कि उनकी सरकार चीन के साथ सहयोग और उन देशों के साथ सहयोग को बढ़ाने का इरादा रखती है जो इस्लामी गणराज्य के साथ रणनीतिक सहयोग चाहते हैं।
मसूद पेज़ेश्कियान ने बताया कि उनकी सरकार ने पड़ोसी देशों और अन्य देशों के साथ संबंधों को बढ़ाने के लिए एक अच्छा योजना तैयार किया है और इस्लामी क्रांति के नेता ने इन योजनाओं को जल्द से जल्द क्रियान्वित करने पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि अगर यह समझौते लागू होते हैं, तो प्रतिबंधों के कारण जनता पर पड़ने वाला भार काफी हद तक कम हो जाएगा।
राष्ट्रपति ने आगे कहा कि हमारा सहयोग केवल पड़ोसी और कुछ अन्य देशों तक सीमित नहीं है, बल्कि हम सम्मान, विवेक और राष्ट्रीय हितों के आधार पर दुनिया के विभिन्न देशों के साथ संवाद कर रहे हैं।
राष्ट्रपति पेज़ेश्कियान ने बताया कि आगामी ईरानी वर्ष 1404 (21 मार्च 2025 से शुरू) के बजट में उनकी सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता कम आय वाले वर्ग पर करों को कम करके उनकी क्रय शक्ति बढ़ाना है। इसके साथ ही, स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी आवश्यकताओं में कम आय वाले वर्ग के लिए सरकारी समर्थन बढ़ाना उनकी दूसरी बड़ी प्राथमिकता है।
उन्होंने यह भी बताया कि उनकी सरकार का इरादा है कि आगामी साल का बजट तय समय पर संसद को भेजा जाए और इसके मद्देनज़र, नियमित रूप से कैबिनेट की बैठकें बजट पर चर्चा के लिए आयोजित की जा रही हैं।