हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,ईरान के राष्ट्रपति सैय्यद इब्राहिम रईसी मंगलवार कि सुबह अफ़्रीक़ा की तीन दिवसीय यात्रा पर रवाना होंगें और केन्या, युगांडा और ज़िम्बाब्वे के राष्ट्रपतियों से मुलाकात करेंगें
केन्या, युगांडा और ज़िम्बाब्वे के राष्ट्रपतियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें, सहयोग दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर करना और ईरान तथा मेजबान देशों के व्यापारियों, व्यापारिक कार्यकर्ताओं और आर्थिक अधिकारियों के साथ बैठकें करना ईरान के राष्ट्रपति सैयद इब्राहीम के एजेन्डे का हिस्सा है।
सैय्यद इब्राहीम रईसी ने ईरान के राष्ट्रपति के रूप में 15 विदेश यात्राएँ की हैं और 11 वर्ष के बाद अफ्रीका की यात्रा करने वाले वह ईरान के पहले राष्ट्रपति होंगे।
मार्च, 2023 को ईरान के राष्ट्रपति ने तेहरान और पश्चिम अफ़्रीक़ी देशों के बीच पहले आर्थिक सहयोग शिखर सम्मेलन के प्रतिभागियों के साथ एक मुलाक़ात में अफ़्रीक़ी देशों के साथ व्यापक रूप से सहयोग का विस्तार करने के लिए तेहरान की तत्परता पर ज़ोर दिया।
इस्लामी क्रांति की सफलता के बाद, आर्थिक प्रतिबंधों के बावजूद, इस्लामी गणतंत्र ईरान ने राजनीतिक और सांस्कृतिक समानताओं के कारण हमेशा अफ्रीकी देशों के साथ संबंधों के विकास का प्रयास किया है।
सैयद इब्राहीम रईसी के नेतृत्व वाली ईरान की वर्तमान सरकार आर्थिक बहुपक्षवाद पर आधारित व्यापक व संतुलित विदेश नीति के अंतर्गत अफ़्रीक़ी देशों के साथ संबंधों के विस्तार पर भी गंभीरता से ध्यान देती है।
इस संबंध में पिछले वर्ष ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान ने माली गणराज्य और वहां से तंजानिया और ज़ांज़ीबार की यात्रा की और इन अफ़्रीक़ी देशों के अधिकारियों से सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।
वर्तमान सरकार के इस दृष्टिकोण की वजह से ग़ैर-पेट्रोलियम निर्यात विकास कार्यक्रम और अफ़्रीक़ा के साथ व्यापार संबंधों का विस्तार तेज़ हो गया, और पिछले डेढ़ साल में, अफ़्रीक़ा से पचास से अधिक आधिकारिक प्रतिनिधिमंडलों ने ईरान की यात्रा की है जिसके दौरान अनेक समझौतों पर हस्ताक्षर हुए।
इसके बावजूद ईरान और अफ़्रीकी देशों के बीच व्यापार का स्तर बढ़ रहा है लेकिन यह 10 अरब डॉलर के लक्ष्य से काफ़ी दूर है। वर्तमान समय में अफ़्रीका का आयात लगभग 600 अरब डॉलर घोषित किया गया है लेकिन इस राशि में ईरान का हिस्सा 2 अरब डॉलर तक भी नहीं पहुंचता है।
इस बीच, ईरान और अफ़्रीक़ा के बीच सहयोग और बढ़ते व्यापार संबंध, विशेष रूप से ऊर्जा, तकनीकी-इंजीनियरिंग, परिवहन, कृषि और खनन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण हैं और मौजूदा बाधाओं को दूर करके इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।
ईरानी चैंबर ऑफ़ कॉमर्स की सर्वोच्च पर्यवेक्षक परिषद के सचिव अलीरज़ा पैमान पाक ने इस संबंध में कहा कि ईरान और अफ़्रीक़ी महाद्वीप के बीच व्यापार में वृद्धि करने के लिए नियमित शिपिंग लाइनों की स्थापना, बुनियादी ढांचा प्रदान करना, निकासी बढ़ाना और व्यापार शुल्क कम करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।