हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार , बेरूत में ,अंजुमन इस्लामी तबलीग़ व गुफ्तगू" के प्रमुख शेख मोहम्मद खिज़र ने तहरीक ए उम्मत लेबनान के महासचिव शेख़ अब्दुल्लाह जबरी से मुलाकात की।
इस मुलाकात में फिलिस्तीन के महत्व और ग़ाज़ा व लेबनान पर ज़ायोनी आक्रमण की निंदा की गई और ज़ायोनी अत्याचारों के परिणामस्वरूप बेघर हुए लोगों की मदद के लिए सामाजिक और मानव सेवा के संभावित उपायों पर चर्चा की गई।
शेख जबरी और शेख खिज़र ने हिज़्बुल्लाह लेबनान के नए महासचिव शेख नाइम कासिम के चयन पर हिज़्बुल्लाह के कार्यकर्ताओं को बधाई दी और कहा कि यह निर्णय दुश्मनों और उनके समर्थकों के इरादों को नाकाम करता है जो हिज़्बुल्लाह को कमजोर करने की कोशिश कर रहे थे।
दोनों नेताओं ने ग़ज़ा और लेबनान में ज़ायोनी राज्य की अमानवीय नरसंहार नीति की कड़ी निंदा की। उनका कहना था कि ज़ायोनी दुश्मन ने ग़ज़ा और दक्षिणी लेबनान में तबाही मचा रखी है जबकि इस्लामी सहयोग संगठन और वर्ल्ड मुस्लिम लीग जैसे संस्थान संदिग्ध चुप्पी साधे हुए हैं।
दक्षिणी लेबनान के अलदहीरा, मरोहिन, यारून और कफर तबनीत जैसे क्षेत्रों में मस्जिदों को बमबारी और बारूदी सुरंगों से निशाना बनाया जा रहा है।
शेख जबरी और शेख खिज़र ने अमेरिका और ज़ायोनी पश्चिम को इन अपराधों का जिम्मेदार ठहराया और कहा कि इन अत्याचारों के बावजूद लोगों का संकल्प और अधिक मजबूत होगा।
अंत में उन्होंने कहा कि ग़ज़ा और फिलिस्तीन के अन्य कब्जे वाले क्षेत्रों और दक्षिणी लेबनान पर बर्बर आक्रमण युद्ध अपराध और पूरी मानवता के लिए शर्मनाक है।