हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार, तबरिज़ के इमाम ए जुमआ हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन अहमद मुत्तहरी ने कहा कि लेबनान में ज़ायोनी सरकार द्वारा युद्धविराम की घोषणा वास्तव में लेबनानी जनता की जीत है अगर इज़राईलीयों को जीत की एक प्रतिशत भी उम्मीद होती तो वे कभी युद्धविराम का फैसला नहीं करता।
जुमा के खुतबे में उन्होंने कहा कि यदि कोई क़ौम मज़बूती और धैर्य दिखाए तो जीत निश्चित है। युद्धविराम के बाद ज़ायोनियों के एजेंटों ने सीरिया के इलाकों पर कब्ज़ा कर लिया जो यह साबित करता है कि दुश्मन कभी अपने इरादों से पीछे नहीं हटता। यह उन लोगों को समझाने के लिए काफी है जो सोचते हैं कि दुश्मन से दूरी बनाकर हम सुरक्षित रह सकते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि क्षेत्र में अमेरिका और इसराइल अशांति के मुख्य केंद्र हैं ये ताकतें न तो शांति चाहती हैं और न ही किसी संघर्ष का पूरी तरह समाधान करना चाहती हैं। इनकी साजिशों का मकसद ईरान पर दबाव बनाना है।
उन्होंने गुरुवार से शुरू होने वाले अय्याम-ए-फ़ातेमिया की ओर इशारा करते हुए कहा कि मोमिनों को हज़रत फ़ातिमा ज़हेरा स.अ. की याद में भव्य और गरिमापूर्ण मजलिसों का आयोजन करना चाहिए।
उन्होंने लेबनान, ग़ाज़ा और फिलिस्तीन के बेघर लोगों की मदद पर ज़ोर देते हुए कहा कि उनके लिए अस्थायी पनाहगाहें बनाना हमारी ज़िम्मेदारी है, और हमारा सूबा भी इस भलाई के काम में हिस्सा लेगा।