हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, यह रिवायत "कश्फ़ अल-ग़ुम्मा" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال الامـام السـجاد عليه السلام:
إنْ اَعْظَمُ النّاسِ خَطَرا، قالَ: مَنْ لَمْ يَرَىَ الدّنيا خَطَرا لِنَفْس.
इमाम सज्जाद (अ) से पूछा गया:
सबसे मूल्यवान व्यक्ति कौन है? उन्होंने कहा: "वह जो संसार को अपने मूल्य और महत्ता का मानक नहीं मानता।"
कश्फ़ अल-ग़ुम्मा, भाग 2, पेज 107
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