हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, यह रिवायत "फ़ज़ाइल अल अश्हरुस सलासा" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال رسول اللہ صلی الله علیه وآله:
لَو يَعلَمُ العِبادُ ما في رَمَضانَ لَتَمَنَّت أن يَكونَ رَمَضانُ سَنَةً .
पैगम्बर (स) ने फ़रमाया:
क्या होगा अगर लोग जान लें कि रमज़ान उल मुबारक में क्या छिपा है? तो वो चाहते थे कि पूरे साल रमजान ही रहे।
फ़ज़ाइल अल अश्हरुस सलासा, पेज 140, हदीस 151
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