۱ آذر ۱۴۰۳ |۱۹ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 21, 2024
समाचार कोड: 384210
24 अक्तूबर 2022 - 07:31
दिन की हदीस

हौज़ा / पवित्र पैगंबर (स.अ.व.व.) ने एक रिवायत में नमाज़ और रोज़े से बेहतर कर्म की ओर संकेत किया हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत को "नहज अल-फसाहा" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

قال رسول الله صلی الله علیه وآله وسلم:

اَلا اُخبِرُكُم بِاَفضَلَ مِن دَرَجَةِ الصّيامِ وَ الصّلوةِ وَ الصَّدَقَةِ؟ صَلاحُ ذاتِ البَينِ، فَاِنَّ فَسادَ ذاتِ البَينِ هِىَ الحالِقَةُ

पैंगबर अकरम (स.अ.व.व.) ने फ़रमाया:

क्या मै तुम्हे नमाज़, रोज़ा (सदक़ा) ज़कात से बेहतर कर्म से अवगत न करूं? वह प्रक्रिया "लोगों के बीच अच्छे संबंध स्थापित करना" है क्योंकि लोगों के बीच अच्छे संबंधों की अनुपस्थिति धर्म को नष्ट कर देती है।

नहज उल-फसाहह, पेज 240, हदीस 458

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