हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "गेरारूल हिकम" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال أمیرالمؤمنین علی علیه السلام
أنه تعالی یَصل مَن وصلِها و یَقطَعُ مَن قَطَعها و یَکرَم مَن أکرَمَها.
हज़रत इमाम अली अलैहिस्लाम ने फरमाया:
बेशक अल्लाह तआला उस पर विशेष ध्यान और कृपा बनाए रखता है जो सिला-ए-रहमी (रिश्तेदारों से अच्छा व्यवहार) करता है। और जो अपने रिश्तेदारों से संबंध तोड़ लेता है, अल्लाह भी उससे अपनी रहमत का रिश्ता कम कर देता है। वह उसे सम्मान और इज़्ज़त देता है जो अपने रिश्तेदारों के साथ इज़्ज़त और एहतराम के साथ पेश आता है।
गेरारूल हिकम,हदीस नं 9290
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