हौज़ा न्यज़ एजेंसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, रियाज़ुल क़ुरान इंस्टीट्यूट हर साल रमजान के पवित्र महीने के दौरान भारत के विभिन्न हिस्सों में धार्मिक और शैक्षिक कक्षाएं आयोजित करता है, जिसमें देश के युवा लड़के और लड़कियां बड़ी संख्या में भाग लेते हैं।
रियाज़ुल क़ुरान इंस्टीट्यूट लखनऊ के सचिव मौलाना साबिर अली इमरानी ने बताया कि विगत दो दशकों से रियाज़ुल क़ुरान इंस्टीट्यूट लखनऊ द्वारा देश के युवा लड़के-लड़कियों के लिए धार्मिक शिक्षा कक्षाओं की यह श्रृंखला "कुरान और हम" शीर्षक से धार्मिक एवं शैक्षिक शिविरों के रूप में विभिन्न अवसरों (ग्रीष्म अवकाश एवं रमजान) पर भारत के विभिन्न शहरों एवं क्षेत्रों में आयोजित की जाती रही है।
इस वर्ष रमजान के मुबारक महीने में संस्था ने हैदराबाद, मेरठ, अब्दुल्लापुर और मुर्शिदाबाद, बंगाल में धार्मिक शिक्षा की कक्षाएं आयोजित कीं, जिसमें संस्था के सक्रिय शिक्षक हुज्जतुल इस्लाम मौलाना रिजवान हैदर, मौलाना जहीर अब्बास कश्मीरी, मौलाना राक़िम रजा और विद्वान एवं गुणी बहनों शाहिदा बानो, फराह अख्तरी, सुमिया, नुसरत, बतूल रिजवी और मुहद्दिता ने शिक्षण कर्तव्यों का निर्वहन किया।
मौलाना साबिर अली इमरानी ने कहा कि इस संबंध में संस्था के सक्रिय सदस्य एवं शिक्षक हुज्जतुल इस्लाम मौलाना रिजवान हैदर, रियाज़ुल क़ुरान इंस्टीट्यूट के संयुक्त सचिव और आलेमा फ़ाज़ेला बहन शाहिदा रिजवी साहिबा की मेहनत और प्रयास हमेशा मूल्यवान रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष इन कक्षाओं में नौ सौ से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया।
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