रविवार 15 जून 2025 - 05:08
तक़वा त्यागने का अंजाम

हौज़ा / अमीरुल मोमेनीन अली (अ) ने एक रिवायत मे तक़वा त्यागने के अंत और परिणामों का वर्णन किया है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, यह परंपरा “ग़ेरर उल हिकम” पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

قال علی علیه‌ السلام:

إنْ مَن فَارَقَ التَّقوى أُعْرِيَ بِاللَّذَاتِ وَالشَّهَوَاتِ، وَوَقَعَ فِي تِيهِ السَّيِّئَاتِ، وَلَزِمَهُ كَبِيرُ التَّبِعَاتِ.

अमीरुल मोमेनीन हज़रत अली (अ) ने फ़रमाया:

जो कोई तक़वा त्यागता है, वह सुख और इच्छाओं का प्रेमी बन जाएगा, पापों के जंगल में भटक जाएगा, और गंभीर परिणामों के अधीन होगा।

ग़ेरर उल हिकम, हदीस 3625

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