हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, अब से कुछ देर पहले वादा ए सादिक़ 3 फ़ौज़ी कार्रवाई के तहत इंतेहाई भारी, लंबी दूरी की मार करने वाली और डबल स्टेज मीज़ाइल सजील को अधिकृत फ़िलिस्तीन पर दागा गया
यह मीज़ाइल पहली बार ज़ायोनी सरकार के खिलाफ़ इस्तेमाल हुआ है। सजील मीज़ाइल सॉलिड फ़्यूल से चलता है और इसका वजन 23 हज़ार किलोग्राम है।
इस्लामिक रिव्लेशन गार्ड ने इस कार्रवाई के पश्चात बताया कि इस्लामी गणराज्य ईरान की सशस्त्र फ़ौज के सपूतो के हाथो तैयार किए गए मीज़ाइल कई मरहलो मे ज़ायोनी फ़ौज के एयरडीफ़ैंस सिस्टम को तबाह कर चुके है और अब अधिकृत सरजमीनो की हवाए मे हमारे मीज़ाइलो और ड्रोन विमानो के नियंत्रण मे है।
इस बयान मे ज़ोर देकर कहा गया है कि ईरान के हमले मंगल के दिन की तरह प्रभावित और मुसलसल होंगे।
इस्लामिक रिव्लेशन गार्ड के बयान मे है कि जिस तरह मौसाद, आमान और ज़ायोनी फ़ौज के जेट फ़ाइटरो के अड्डो को पूरे मक़बूज़ा क्षेत्र मे निशाना बनाया, उसी प्रकार इस बार भी भारी और प्रभावित हमलो का सिलसिला जारी रहेगा।
इस बयान मे ज़ायोनी आबादकारो को सूचित किया गया है कि इससे पहले इस्लामिक रिव्लेशन गार्ड के कमांडर इन चीफ़ ने तुम्हे चेतावनी दे दी थी कि नरक के द्वार तुम पर खोल दिए जाऐंगे।
इस्लामिक रिव्लेशन गार्ड ने ज़ायोनी आबादकारो को संबोधित करके कहा कि तुम ने कई दिन से सूरज का रंग तक नही देखा है और अब जान लो कि सिपाहे पासदारान के एयरवासपेस फ़ौर्स के बिजली की रफ्तार मिज़ाइल तुम्हे अंडरग्राउंड मे मौजूद शैलटर हाउस से एक क्षण के लिए भी बाहर रहने नही देंगे।
इस्लामिक रिव्लेशन ने चेताया है कि अब ज़ायोनी आबादकारो के सामने दो ही ऑपशन बचे है, या तो शेलटर हाउस मे नरक की जिंदगी और सुस्त रफ़तार मौत की प्रतीक्षा करें या फिर अपने दादा पर दादा के हाथो कबज़ाई जमीनो को छोड़ कर भाग निकलें ताकि शायद जिंदा रह सकें।
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